कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर की रेप के बाद की गई जघन्य हत्या को लेकर पूरे देश में उबाल आया हुआ है. देशभर के डॉक्टर्स इस केस को लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं. इस बीच राजस्थान के चूरू में भी एक अस्पताल में बड़ी घटना सामने आई है. चूरू के राजकीय भरतीया अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड इंचार्ज सुभाष सिहाग पर 20 साल की ट्रेनी लड़की से छेड़छाड़ करने और रेप के प्रयास का गंभीर आरोप लगा है. घटना से आहत पीड़िता ने बाद में जहर खाकर जान देने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया.
पीड़िता का फिलहाल भरतीया अस्पताल में ही इलाज चल रहा है. घटना की जानकारी सामने आते ही स्थानीय अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. सरकार के स्तर पर केस पहुंचने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने तत्काल आरोपी को सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए. उसके बाद आरोपी वार्ड इंचार्ज सुभाष सिहाग को सस्पेंड कर दिया गया है. मामले की डीएसपी सुनील झाझड़िया कर रहे हैं.
15 अगस्त को दिया वारदात को अंजाम
चूरू के दूधवाखारा थानाधिकारी रतनलाल ने बताया कि इलाके के एक गांव की 20 साल की युवती ने पर्चा बयान दिया कि वह स्किल डवलपमेंट के तहत चूरू जिला मुख्यालय पर स्थित गर्वमेंट डीबी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जीडीए (जनरल ड्यूटी असिस्टेंट) की ट्रेनिंग कर रही है. इस वार्ड का इंचार्ज सुभाष सिहाग उसे 15 अगस्त को वार्ड की छत पर बने कमरे में ले गया. वहां उसने उसके साथ छेड़छाड़ की. विरोध करने पर भी वह नहीं माना. आरोपी ने छेड़छाड़ कर उससे रेप करने का प्रयास किया.
पीड़िता ने घर पर खाया जहर
पीड़िता का आरोप है कि उसने उसे डराते हुए जातिसूचक गालियां निकाली. इस घटना से आहत होकर युवती ने शनिवार को दोपहर में अपने घर पर जहर खाकर जान देने की कोशिश की. इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. लेकिन परिजनों को समय रहते पता चला गया तो वे उसे अस्पताल लेकर दौड़े. पीड़िता के परिजनों का भी कहना है कि उसने घर पर बताया कि सुभाष सिहाग ने उसके साथ जबर्दस्ती करने की कोशिश की थी. इससे दुखी होकर उसने जहर खा लिया.